सच चाहे कितना भी कड़वा क्यों न हो, झूठ से हमेशा बेहतर होता है, कड़वा सच सुनकर थोड़ा दर्द हो सकता है, लेकिन झूठ का सुख क्षणिक होता है,
कड़वा सच हमें जीवन जीने का तरीका सिखाता है, जबकि झूठ हमें जीवन जीने का तरीका सिखाने से रोकता है, कड़वा सच हमें जीवन का सार समझाता है, जबकि झूठ हमें जीवन का सार समझने से रोकता है,
कड़वा सच स्वीकार करने के लिए भी हिम्मत चाहिए, जो हर किसी में नहीं होती,
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निष्कर्ष - "कड़वा सच" है "Good morning suvichar" विचार आशा करता हूं कि आप लोगों को अच्छा लगेगा, और भी अच्छा और बेहतर कंटेंट पढ़ने के लिए आप हमारी PSRDS.in वेबसाइट को फॉलो कर सकते हैं, Thanks 🙏.
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