E - Learning: Employability skills online in hindi | रोजगार कौशल ऑनलाइन सीखना

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ऑनलाइन शिक्षा का मानव पर प्रभाव।
आज के दौर में, ऑनलाइन सीखना शिक्षा प्राप्त करने का एक तेजी से लोकप्रिय तरीका बन गया है, यह पारंपरिक शिक्षा के तरीकों का एक क्रांतिकारी विकल्प मैं बदलाब है, जो छात्रों को अपनी सुविधानुसार और अपनी गति से सीखने E - learning की सुविधा प्रदान करता है, इस लेख में, हम ऑनलाइन सीखने के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे, और शुद्ध विस्तार से जानेंगे कि ऑनलाइन "Online Learning" करने के लिए क्या फायदे हैं और क्या नुक्सान है, इसलिए आप लोग हमारे साथ अंत तक बने रहूं और शुद्ध विस्तारपूर्व शुद्ध लेख को पढें,

E - learning क्या है (What is electronic learning)

E - learning इसका मतलब इलेक्ट्रॉनिक लर्निंग से है, जो हम कंप्यूटर ताथ मोबाइल के माध्यम से घर बैठे ऑनलाइन सिखाते हैं, E - learning सीखने को ज्यादा पैसे की जरूरत नहीं होती है, इसलिए यह सीखना लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय है, समय रहते आप कहीं भी और कभी भी इसे सीख सकते हैं, इसलिए आजकल Electronic learning boomb 💥 🤯 लर्निंग में चल रहा है, 

आज से 5 साल पहले का समय ऑनलाइन लर्निंग का नहीं था, विशेष रूप से COVID 19 महामारी ने दुनिया को सिखाने का तरीका ही बदल दिया है, जिसकी वजह से ही लोग घर बैठे काम सिखाने लगे और सभी कमो को ऑनलाइन करने लगे, तब से लेकर आजकल सभी लोग ऑनलाइन ही sikhane का चाह रखते हैं, इसलिए ऑनलाइन लर्निंग का क्रेज बढ़ता जा रहा है,

E - learning का फुल फॉर्म (Full from of E - learning)

वैसे तो देखा जाए तो इसका फुल फॉर्म इलेक्ट्रॉनिक लर्निंग  होता है, लेकिन आजकल लोगों के जुबान पर ऑनलाइन लर्निंग का ही चर्चा रहता है, इसलिए लोगों को ई - लर्निंग और ऑनलाइन लर्निंग में अंतर नहीं समझ में आता है, लोगों को लगता है कि ये एक सिक्का का दो पहलू है, लेकिन यह एक डिजिटल शिक्षा करने का तरीका है, 

E - learning full from - Electronic learning

Example - Computer 🖥️, Mobile 📲, Laptop 💻, Tablets, Video learning, audio learning, Content formet learning, etc,

E - learning का इतिहास  (History of Elections learning)

ई-लर्निंग या डिजिटल शिक्षा का इतिहास काफी लंबा है, जिसमें दूरस्थ शिक्षा की जड़ें शामिल हैं , और आधुनिक तकनीक के साथ इसका निरंतर विकास दिखाई देता है, आइए इस विकास यात्रा पर एक नजर डालते हैं, और इसके इतिहास और विकास के बारे में जानने की कोशिश करते हैं -

📲 E - Learning शुरुआती बीज (1920s - 1950s) -

1.) 1924 - पहली टेस्टिंग मशीन का आविष्कार हुआ, ये मशीनें छात्रों को खुद को परखने की सुविधा देती थीं, और छत्रों को ऑनलाइन पढ़ने में मदद भी प्रदान की, इससे क्या हुआ कि धीरे-धीरे लोगों के मन में विकास आने लगा, और लोग ई लर्निंग की या ध्यान देने लगे, जैसा जैसा इसका विकास हुआ वैसे - वैसे याह लोगों को पसंद आने लगा, और तब से लेकर आज तक E - learning का जोर - शोर है

2.) 1954 - बी.एफ. स्किनर, हार्वर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, ने "टीचिंग मशीन" का आविष्कार किया, इस मशीन ने स्कूलों को छात्रों को प्रोग्राम्ड निर्देश देने में सक्षम बनाया, और लोगों को यह विश्वास दिलाया कि आप बिना मास्टर के बिना भी ऑनलाइन पढ़ सकते हैं, और अपने जीवन में कुछ बदलाव ला सकते हैं, इनका विचार यह था कि कभी भी और कहीं भी पढ़ा जा सकता है,

💻 E - Learning आधार का निर्माण (1960s - 1980s) - 

3.) 1960s - कंप्यूटर का उदय हुआ और शिक्षा के क्षेत्र में इसका प्रयोग सीमित रूप से शुरू हुआ, कंप्यूटर के आ जाने से लोगों के मन में "शिक्षा" का जिज्ञासा हुआ और इसे सिखाने का प्रयास करने लोगो, tarah logon mein online कुछ सिखाने का जिज्ञासा   सामने आया,

4.) 1970s - कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण (सीबीटी) का विकास हुआ,  सीबीटी पाठ्यक्रमों को सीधे कंप्यूटर पर डिलीवर किया जाता था, सीबीटी का मतलब यह है कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट इसमें क्या होता है कि एक साथ बहुत से बच्चों का एग्जाम लिया जा सकता है, जिसमें खर्चे कम आते हैं और देखने में भी पैसे बचते हैं,

5.) 1980s - कॉम्पैक्ट डिस्क (सीडी) और डिजिटल वीडियो डिस्क (डीवीडी) जैसे ऑप्टिकल मीडिया का आगमन हुआ, इससे सीखने की सामग्री को वितरित करने के नए रास्ते खुले,

 🌆 इंटरनेट का युग (1990s - 2000s) -

6.) 1990s - इंटरनेट का व्यापक प्रसार हुआ, इससे ऑनलाइन शिक्षा को एक नया आयाम मिला, और लोगों में ये जिज्ञासा पैदा होने लगे कि हम कुछ नहीं सीख सकते हैं, और अपने जीवन के अस्तर को भी आगे ले जा सकते हैं,

7.) 1990s - वेब-आधारित प्रशिक्षण (डब्ल्यूबीटी) सामने आया, पाठ्यक्रमों को अब वेब ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता था, जिसका उपयोग बहुत ही आसान था और लाभदायक था, लोगो को वेब ब्राउजर चलाने में कोई भी समस्या नहीं आती थी, इस प्रकार उपयोग समय इसका प्रचार प्रसार बहुत ज्यादा हुआ,

8.) 2000s - ई - लर्निंग प्रबंधन प्रणाली (एलएमएस) का विकास हुआ, एलएमएस पाठ्यक्रम सामग्री को व्यवस्थित करने, वितरित करने और प्रबंधित करने में मदद करता है, जो लोग ऑनलाइन शिक्षा में बहुत मदद प्रदान करते हैं, और समय-समय पर अपना "Education" अपग्रेड करता रहता है,

📚 आधुनिक युग (2010s - वर्तमान) -

9.) 2010s - मोबाइल लर्निंग का चलन बढ़ा, स्मार्टफोन और टैबलेट के जरिए सीखना अब संभव हो गया, उन्हें "Online" लर्निंग के माध्यम से महँगे कोर्स को सस्ते में सिखाया जा सकता है, और लोग घर बैठे सिख सकते हैं,

10.) 2010s -  ई-लर्निंग 2.0 का उदय हुआ, यह वेब 2.0 तकनीकों के इस्तेमाल पर आधारित है, जो छात्रों के बीच सहयोग और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देता है, और लोगों को काई तरह से सुविधा प्रदान करवाता था, जैसे लोगों को अपनी पढ़ाई को याद रखने में काफी मदद मिलने लगे, और लोग ऑनलाइन लर्निंग सीखने लगे, इस प्रकार से इसका विकास दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है,

11.) 2020s - धीरे-धीरे ई लर्निंग का विकास हो रहा है और लोगों को यकीन भी होने लगा है, अब के समय में लोगों को ये लगने लगा है, हम घर बैठे हैं वहां सभी सुविधाएं प्रदान करें जो बहुत मुश्किल से मिलता है, इसलिए लोग स्कूल कॉलेज जाने की वजह घर बैठे ही सीखने का सोच रखते हैं, और अपनी मानसिकता को Boost करते हैं,

12.) 2023s - अब लोगों को यह सीखने लगता है, कि ऑनलाइन लर्निंग के बिना जीवन ही बेकार है, अब कितना भी स्कूल या कॉलेज में पढ़ो लेकिन ऑनलाइन लर्निंग लेना अनिवार्य होता जा रहा है, क्योंकि यह स्कूल या कॉलेज की फीस 50% कम है, और वह सभी सुविधा मिल रही है जो आपको स्कूल या कॉलेज में नहीं मिलती है,

वर्तमान समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और वर्चुअल रियलिटी (वीआर) जैसी अत्याधुनिक तकनीकें ई - लर्निंग के क्षेत्र में तेजी से प्रवेश कर रही हैं, ये तकनीकें सीखने के अनुभव को और भी निजीकृत और इंटरैक्टिव बना रही हैं, लेकिन ये ज्यादा कारगर नहीं होती है, अगर आपको अधिक जानकारी के लिए जाना है, वेबसाइट, आपको जाना ही पड़ेगा, क्यूंकी वह लोगों के हिसाब से लिखते हैं, और लोगों के मनसिकता को ध्यान में रखते हुए लिखते हैं,

E - learning का उद्देश्य (Objective of e-learning)

E - learning ऑनलाइन सीखने की मदद से कोई भी समय और कहीं भी पढ़ाई की जा सकती है, एसे पढ़ाई में आप लोगों को किताब का भार नहीं ढोना पड़ता है, आप स्कूल या कॉलेज की सीमाओं से आगे जाकर अलग - अलग तारीख के माध्यम से सीख सकते हैं, इसमें सिखाने के लिए आप लोगों को विभिन्न Reading मटेरियल उपलब्ध करवा जाती है, जैसे - E - Book 📚, Books pdf, audio format course, Video learning, इत्यादि बहुत से ऐसे तारिके हैं जो आपको सिखाने का मौका देते हैं, जो कि आप लोगों को स्कूल या कॉलेज में पढ़ाई नहीं करवाती है,

E - learning के उदाहरण (Examples of e-learning)

  • यूट्यूब के माध्यम से वीडियो देखकर सिखाने का प्रयास करना
  • किसी भी प्रकार का ऑडियो, किसी भी प्रकार का ऑडियो प्रारूप आपको सुनाने से आपके दिमाग में सेट हो जाते हैं
  • पीडीएफ के फॉर्मेट में आप अपने मोबाइल या डेस्कटॉप में सेव कर सकते हैं
  • किताब या कॉपी के अलावा आप अपनी किताब को ईबुक (e- Book) फॉर्मेट में ऐड कर सकते हैं
  • वीडियो फॉर्मेट में नए एव अनोखी तारीखें सीखी जा सकती हैं
  • गूगल के माध्यम से कुछ सर्च करके भी आप सीख सकते हैं

E - learning सिखाना (Learning e-learning)

  1. मोबाइल के माध्यम से
  2. कंप्यूटर के माध्यम से
  3. Tablet ya test ke top ke madhyam se
  4. निःशुल्क ईबुक के मध्यम से डाउनलोड करें
  5. टेम्पलेट के माध्यम से
  6. फेसबुक ग्रुप में शामिल होकर 
  7. शिक्षा वेबसाइट को पढ़ें 
  8. Free course या Content Writing

ऑनलाइन लर्निंग का मार्केट वैल्यू (Market value of e-learning)

  • आपके बारे में कोई भी कंपनी आपके शिक्षा स्तर को देख सकते हैं
  • आपकी शिक्षा के हिसाब से आपको नौकरी मिल सकती है
  • जब भी आप किसी कंपनी में नौकरी के लिए जाते हैं तो वाह आपका अनुभव देखता है
  • इ - लर्निंग के माध्यम से आपका सर्टिफिकेट सभी जगह पर आसान से ऊपर हो जाता है
  • दिन प्रतिदिन सभी कंपनी के मालिक यह चाहते हैं, कि हमारे यहां काम करने वाले लोग सभी ऑनलाइन तारीख से कुछ ना skills हासिल की हो

ऑनलाइन सीखने से लाभ (Benefits of online learning)

1.) कम समय - अगर आप कोई भी कोर्स या अवधि का ज्ञान लेते हैं तो आपको ऑफलाइन में एक साल का कोर्स करना होगा, वहीं पर अगर हम ऑनलाइन लर्निंग की बात करते हैं तो वह आपके ऊपर निर्भर करता है, आप "Online learning course" कितने दिन या कितने 5 - 100 घंटे में कोर्स का उपयोग कर सकते हैं, यानी की सिख सकते हैं,

2.) पैसे बचाएं - ऑनलाइन कोर्स बहुत ही सस्ता होता है, और वह आपको नई - नई सुविधाएं प्रदान करता है, जबकी ऑफलाइन कोर्स में आप लोगों को एक सिमित Gols मिलता है

3.) याद रखने में आसान होती है 

4.) काम समय में ज्यादा सिखाने का प्रयास किया जा सकता है

5.) ऑनलाइन लर्निंग सिखाएं के माध्यम से आपको नौकरी आसानी से मिल सकती है

6.) ऑनलाइन सिखाने से आपको ज्यादा संसाधन देखने को मिलेगा एव सिखाने का मौका मिलेगा, तब जाकर आपका माइंड सेट वैल्यू बढ़ता है

7.) अगर आप ऑनलाइन सीखते हैं, तो आपको एक बढ़िया Callage, University के माध्यम से सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाता है, जो आपके जो पाने में हेल्पफुल साबित होता है

ऑनलाइन सीखने के प्रकार (Types of online learning)

ऑनलाइन सिखाने के लिए कोई भी व्यक्ति हो सकता है ,  लेकिन आज हम आपको बताने वाले हैं जो अगर आप ऑनलाइन कुछ सीखते हैं तो आप मूल रूप से 3 फॉर्मेट में इसे सीख सकते हैं, जो लोग एव छात्र द्वार बहुत ही पसंद किया जाता है - 

1.) Video format - इसमें अगर आप कुछ सिखाते हैं तो आपको वीडियो के माध्यम से सिखाया जाता है, आपको स्टेप बाय स्टेप गाइड की जाती है और छोटी सी छोटी समस्याओं को Solved करने के तरीके बताए जाते हैं, जो आप लोगों के दिमाग में जल्दी से याद हो जाता है, और भूलना नामुमकिन हो जाता है,


2.) Content format - अगर आप कंटेंट फॉर्मेट में कुछ सिखाना चाहते हैं तो आपको कंटेंट पढ़ना होगा, तब जाकर आप कुछ सीख सकते हैं, 'Content formet'लोगों को बहुत ज्यादा पसंद आती है, क्योंकि इसमे कोई भी सवाल का जवाब तुरंट मिल जाता है, ज़्यादा देर तक इंतज़ार नहीं करना पड़ता है,

3.) Audio format - अगर जो आदमी देख नहीं सकता, वैसे आदमी के लिए इस फॉर्मेट को तैयार किया गया है, इसमें आप सुनकर किसी भी बात को अपने दिमाग में Save कर सकते हैं, जो आपको नौकरी पाने में मदद करे,

ऑनलाइन शिक्षण का "मानव पर प्रभाव" (Impact of online education on humans)

ऑनलाइन शिक्षा के हो जाने के कारण सारे लोग अपने घर से बाहर नहीं निकलते हैं और देश और दुनिया को अपनी नजरों से नहीं देख सकते हैं, इसलिए लोगों को कभी भी मार्केट रिसर्च करने में कोई दिक्कत होती हैं, इस प्रकार से हम कर सकते हैं कि ऑनलाइन शिक्षा के आ जाने के कारण मनुष्य पर बहुत से बातों का Effects पड़ा है - 

  • लोगों के परेशानियाँ को आने देखा करना
  • दोस्ती का ख़तम होना
  • लोगों से विचार विमर्श कम होना
  • अपना पहचान को सिमित रखना
  • मानसिक संतुलन का विकास होना एव शारीरिक संतुलन का विकास ना होना
  • दूसरों से लगाओ कम होना
  • जीवन में आये मुश्किलों का सामना करने में सक्षम न होना
  • लोगों के विचारों को समझना मुश्किल होना
  • हमेंशा चिधचिदा सा रहना
  • ऑनलाइन शिक्षा स्कूल और कॉलेज को बंद के कगार पर जाकर खड़ा कर दिया है
  • ऑनलाइन शिक्षा हो जाने के कारण बहुत से छात्र घर बैठे अपनी शिक्षा करते हैं
  • दूसरे लोगों से बात करने में शर्म आना
  • किसी बड़े व्यक्ति से कैसे बात करें इसमें कमी आना
  • ऑनलाइन शिक्षा बच्चों की सोचने की शक्ति पर कम कर दिया है

ऑनलाइन सीखने की जरूरत क्यों (Why the need for online learning)

  1. काम समय में ज्यादा कुछ सिखाने की इच्छा करना
  2. अपने दिमाग में ज्यादा से ज्यादा बातों को Saved कर्ण
  3. एक साथ कई  काम करने की इच्छा रखना
  4. पार्टी टाइम काम करना और पार्ट टाइम कोर्स पूरा करना
  5. प्रैक्टिकल तारिके से काम करने में सक्षम होना
  6. काम समय में ऊँची मुकाम हासिल करना
  7. अन्य लोगों से कुछ अलग करना
  8. ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की इच्छा रखना
  9. आपकी सोच से भी ज्यादा एडवांस हो रहा है
  10. पैसे की बचत एव समय की खपत

ऑनलाइन शिक्षण (Online e - learning portal government of India)

1.) भारत skill पोर्टल - https: // bharatskill.gov .in

2.) E - skill भारत - https: // eskillsindia.org

3.) Aseem - https: // smis.nsdcindia.org

4.) Nsdc - https: // nsdcindia.org

5.) Nimi portal - https: // nimi.gov.in

6.) Naps - https: //apprenticeshipindia.gov.in

7.) Schemes - portal -
https://wwwindia.gov.in

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ऑनलाइन लर्निंग की बेहतरीन कड़िया - 


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भारत में, आईटीआई का अर्थ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान है। ये उत्तर - माध्यमिक विद्यालय हैं जो विभिन्न व्यवसायों में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। इन्हें कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) द्वारा प्रशासित किया जाता है। आईटीआई पाठ्यक्रम आम तौर पर 1-2 साल की अवधि के होते हैं और नौकरी बाजार के लिए प्रासंगिक व्यावहारिक कौशल पर केंद्रित होते हैं। जो लोगों के हित में कार्य करते हैं?

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