Padhane ka man nahin karata to, kya karen | पढ़ने का मन नहीं करता तो, क्या करें ?

पढ़ाई करना मानव जीवन का आधार है, अगर आप पढ़ाई नहीं करते हैं, तो आपको अच्छी सी नौकरी, अनुभव और हुनर नहीं मिलती है, जब आप कुछ हद तक पढ़ाई कर लेते हैं, तो यह आप लोगों के अंदर आ जाती हैं, और आप एक हुनरमंद बंदा हो जाते हैं,

पढ़ाई करना मानव जीवन का आधार है, अगर आप पढ़ाई नहीं करते हैं, तो आपको अच्छी सी नौकरी, अनुभव और हुनर नहीं मिलती है, जब आप कुछ हद तक पढ़ाई कर लेते हैं, तो यह आप लोगों के अंदर आ जाती हैं, और आप एक हुनरमंद बंदा हो जाते हैं,
इसलिए कई लोगों एवं समिति आयोग का कहना यह है, कि पढ़ने मानव जीवन का आधार है, अगर आप लोगों ने पढ़ाई नहीं करते हैं, तो आप लोगों को सीमित ज्ञान मिलते हैं, लेकिन आप लोग अच्छी तरह से पढ़ाई करते हैं, तो आप लोगों को संपूर्ण और अच्छी जानकारी हो सकती हैं,

पढ़ने का मन नहीं करता तो, क्या करें (What to do if you don't feel like reading):-

हेलो दोस्तों मेरा नाम दीपक कुमार है, और मैं इस ब्लॉग का लेखक हूं, आज के इस लेख में हम आप लोगों को बताते हैं, की अगर आप लोगों को पढ़ाई करने में मन नहीं लगता हैं, तो आप क्या कर सकते हैं, और कैसे आप अपने पढ़ाई में मन लगा सकते हैं, इसलिए आप लोग इस ब्लॉग में मेरे साथ अंत तक बने रहे और इस ब्लॉग को पूरा पढ़े ताकि आप लोगों को भी इस लेख से कुछ जानकारी मिल सके,

(1.) अपने लक्ष्यों को निर्धारित करें - आप पढ़ाई के लिए क्या लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं, जैसे, आप एक परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं, या आप किसी विषय में विशेषज्ञ बनना चाहते हैं, अपने लक्ष्यों को निर्धारित करने से आपको पढ़ाई के लिए प्रेरित होने में मदद मिलेगी,

(2.) अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों से मदद लें - आप अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों से पढ़ाई में मदद मांग सकते हैं, वे आपको पढ़ाई के लिए प्रेरित कर सकते हैं, और आपकी पढ़ाई में मदद कर सकते हैं, इस तरह आपको पढ़ाई में मन लग सकता है, और शायद आप अपना जीवन में कुछ न कुछ कर लेते हैं,

(3.) हमेशा अंदर से मोटिवेट रहे - अगर आप लोगों को पढ़ने का मन नहीं करता हैं, तो यह आप लोगों का सबसे बड़ा दुश्मन आप लोगों का मन हैं, जो सायद कभी भी यह नहीं कहता है, की तुम पढ़ो बल्कि आप लोगों का जो "मन" हैं, ओह चंचल सा हैं, वोह हमेशा आपके आदत में बाधा डालने का काम करता हैं, आपका मन हैं, जो आप लोगों को मोबाइल देखने, टीवी देखने और खेलने के लिए मजबूर करता हैं, इसलिए जो भी इंसान अपने मन को कंट्रोल कर लेता है, वोह जीवन में अवश्य ही सफल हो जाता हैं, इसलिए आप लोगों से भी आशा यह हैं, की आप भी अपने तन और मन दोनों को कंट्रोल करे,

(4.) मोटिवेशनल कहानी पढ़े - अगर आप लोगों का भी मन पढ़ाई में नही लगता हैं, तो आप भी छोटे छोटे मोटिवेशनल वाले कहानी वीडियो को देख सकते हैं, जिससे आपको भी कुछ हद तक पढ़ने का मन कर सके, और आपका भी मेहनत होनी चाहिए,

(5.) अपने पसंद का विषय चुनें - अगर आपको कोई विषय पसंद नहीं है, तो आप उसे पढ़ने में मन लगा नहीं पाएंगे, इसलिए, अपने पसंद का विषय चुनें और उस पर ध्यान दें, और पूरा मन और लगन के साथ पढ़े,

(6.) टीवीएम मोबाइल से दूर रहे - अगर आप एक दिन टीवी या मोबाइल से दूर रहते है, जब आप बोर हो जाते हैं, तो आपको अपने अंदर मोटीवेशन लाने के लिए आप अपने बुक या स्टोरी बुक्स का सहारा ले ना की अपने मन को बहलाने के लिए मोबाइल का इस तरह धीरे धीरे आपकी आदत बनती जाति हैं, और कुछ दिन या महीने तक आप इस चीज से दूर हो जाते हैं, तो आपका मन हैं, जो पढ़ाई की तरफ मूव कर सकता हैं, और आप लोगों का भी मन पढ़ने में लग सकता हैं,

(7.) पढ़ने के लिए सही माहौल बनाएं - अगर आप पढ़ने के लिए सही माहौल नहीं बनाएंगे, तो आप उसमें मन नहीं लगा पाएंगे, इसलिए, एक शांत और आरामदायक जगह चुनें जहां आपको किसी प्रकार की परेशानी न हो और जहां आपका मन लगता हो उसे जगह पर पढ़ाई करें,

(8.) तेज तरारे लोगों से दोस्ती करें - वोह कहा जाता है, ना जैसा आपका दोस्त होते हैं, वैसे भी आप हो जाते हो, इसलिए अगर आप लोगों को पढ़ने में मन नहीं लगता हैं, तो आपको भी ऐसे लोगो से दोस्ती करनी हैं, जो आपके मन को जागृत और आपके अंदर अतशाह भर दे ऐसे लोगों से आप लोगों को दोस्ती करनी चाहिए,

लोगों ने यह भी पूछा (FAQ):-

निष्कर्ष - यह ब्लॉग एक आधार है, जो लोगों को हिंदी में जानकारी प्रदान करवाता है, अगर आपके भी मन में कोई सवाल हो तो आप लोग हम लोगों से पूछ सकते हैं, और इसी तरह के नए नए लेख पढ़ने के लिए आप हमारे वेबसाइट "PSRDS.in" को फॉलो भी कर सकते हैं, thanks 🙏, Have a nice day 🌅.

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भारत में, आईटीआई का अर्थ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान है। ये उत्तर - माध्यमिक विद्यालय हैं जो विभिन्न व्यवसायों में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। इन्हें कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) द्वारा प्रशासित किया जाता है। आईटीआई पाठ्यक्रम आम तौर पर 1-2 साल की अवधि के होते हैं और नौकरी बाजार के लिए प्रासंगिक व्यावहारिक कौशल पर केंद्रित होते हैं। जो लोगों के हित में कार्य करते हैं?

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