Sanvaad kya hai? संवाद क्या है?उदाहरण सहित समझाइए

 संवाद बात करने का एक तरीका है, जिसमें दो लोग! आपस में बात करते हैं, इने दोनों द्वारे बात किये गये बोलने और समझने की क्रिया को संवाद कहते हैं,


 21वीं सदी में प्रभावी संवाद एक महतवपूर्ण कौशल हो गया है, acchi tarah samvad karne me सक्षम होने से हम अपने कैरियर के साथ - साथ निजी जीवन जीने में अच्छी मदद मिलती है, जो आज लोगों के बीच बहुत ही महत्तवपूर्ण है,

अच्छी संवाद की मुख्य विशेषताएं (Achchhee sanvaad kee mukhy visheshataen)?

 स्पष्टता (Clarity) - प्रभावित धांग से संवाद करने के सबसे जरूरी हिसा में से एक स्पष्ट शब्द होना जरूरी है, हम सभी Idea 💡 स्पष्ट तारीखे से समझे और बात करें, और दूसरा व्यक्ति यह कोशिश करें की सामने वाला व्यक्ति से सरल और सुशील भाषा में बात करें,

पूर्णता (Completeness) - हम बात इसीलिये करते हैं, क्योंकि हम कुछ जानते हैं, और दूसरे लोगों को Batane का koshish karte Hain जो अच्छा संवाद करने का एक महत्तवपूर्ण पहलु है, इसलिए पक्का करें की संदेश प्रति वह सभी बदलाव हो जो आप सामने लोगों को उपयोग करर्ण सिखाते हो,

प्रभावी कम्युनिकेशन किस प्रकार जान सकते हैं (Prabhaavee kamyunikeshan kis prakaar jaan sakate hain)?

 Ise samajhne ke liye आप लोगों को कुच्छ महत्वपूर्ण बिन्दु प्र ध्यान को केन्द्रित करना होता है, तब जाकर आप लोग कुछ समझते हैं, नहीं तो आप लोग भ्रम में रहते हैं, और अन्य लोगो को समझने में मुश्किल होती है, इसलिए आप सभी बातों को दयान पूर्व समझे और अपनी जिंदगी में इम्प्लीमेंट  लाने की कोशिश करें

  1. स्पष्टता (Clarity) - आप जब अन्या लोगों से बात करते हैं, तो आपको यून लोगो को आशान एव सरल भाषा में समझने का प्रयास करें
  2. लघु आकार (Small size) - आप काम से काम शब्दों का प्रयोग करके सामने वाले लोगों को बता सकते हैं, इससे आप लोगों का समय की बचत होती है,
  3. सही (Correct) - आप लोग जब भी कुछ लिखते हैं तो, कोशिश यह करना चाहिए की जिसके भी बारे में लिखते हैं, कुछ ग्रामर और स्पेलिंग का विशेष ध्यान रखना चाहिए इनसे सामने वाले को, हाँ लगता है, की आप बहुत अच्छे और ज्यादा पढ़े लिखे हैं,
  4. पूर्ण (Complete) - आप जब भी कुछ लिखते हैं, या किताब लिखते हैं, अधूरा ना लिखते हुए का प्रयोग करें, बाल्की आपको पुरा लिखना चाहिए का उपयोग करें, तकी सामने वाले को पढने में परेशानी ना हो,
  5. स्वीकार्यता (Conciderations) - आप जो भी काम करते हैं, वाह लोगन के अवसर के अनुसर हो जिसका उपयोग लोग करते हैं, और मार्केट में डिमांड हो, ऐसे काम करने वाले लोग जल्दी सफलता मिलती है,
  6. तथ्यपूर्ण (Cowerete) - आपके द्वार बताए गए हर एक शब्द से लोग एव बच्चों को कुछ सिखाने को मिले और उधारण के साथ
  7. विनम्र (Courtesy) - आप जिस भी बात को सामने बैठे लोगन को Samajhane ka Prayatn karte Hain तो उसके प्रति आपके आदर का भाव होना चाहिए ताकी लोगों को ये महसुस होगी कि हम घर वाले से बात करते हैं, और वाह आपकी बात से उबता नहीं है,

प्रभावी कम्युनिकेशन का विवरण (Prabhaavee kamyunikeshan ka vivaran)?

  • आंखों द्वारा संपर्क (Eye contact)
  • चेहरों द्वारा खुशी (Happiness through faces)
  • बॉडी लैंग्वेज (Body language)
  • व्यक्तिगत कौशल (Personal skills)
  • ध्यान से सुनना (listen carefully)
1.) आंखों द्वारा संपर्क (Eye contact) - शारिक भाषा में आँख का बहुत ही महत्पूर्ण स्थान होता है, जो हमारे मन में छुपे विचारों को उजागर करता है, काई बार ऐसा होता है की सामने वाला ही व्यक्ति का चेहरा हंस रहा होता है, परंतु उसकी आंखें नम होता है, थब  उसकी आंख उसके मन के दर्द को उजागर करती है, शारिक भाषा में आंख द्वार संपर्क बनाते समय ध्यान में रखना चाहिए

2.) चेहरों द्वारा खुशी (By face ) - चेहरा इंसान के हृदय का आईना है, चेहरा हमारे मन के भावनाओं को बटाटा है, किसी का चेहरा देखकर हम जान सकते हैं, वाह व्यक्ति खुश है या उदास, चेहरे का प्रयोग करके किसी भी भाव को व्यक्त किया जाता है -

A. आपके चेहरे पर हमेशा अच्छी दिखनी चाहिए
B. आप दुख में भी अपने चेहरे पर खुशी ला सकते हैं
C. आप अपने चेहरे के माध्यम से लोगों को ना कुछ बताएं
D. हमेशा अपने चेहरे का प्रयोग अच्छी बात करने के लिए करें

3.) बॉडी लैंग्वेज (Body language) - शरीर के द्वार भी बात करने वाले प्रकृति को भाव के नाम से जाना जाता है, बॉडी लैंग्वेज के माध्यम से हम सामने वाले को ये बताने की कोशिश करते हैं, हम कैसा है, शारिक भाषा में बीना बोले ही शरीर के माध्यम से अपने भाव को प्रकट करना होता है, किस लिए काई लोग बोलने से ज्यादा शारीरिक भाषा का और भाभी धंग से प्रयोग में लाते हैं, जिसे सामने वाले का इंटरेस्ट आपका Body 👁️ आकर्षित होता है, 

4.) व्यक्तिगत कौशल (Personal skills) - किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व उसके विचार पर निर्भर करते हैं, उसकी पसंद क्या है और नापसंद क्या है, हाँ उसका व्यक्तित्व दर्शता है, अत: आपका व्यक्तित्व प्राकृतिक होना चाहिए, झूठा व्यक्तित्व का प्रयोग नहीं करना चाहिए, अगर कोई काम ना करना आये तो Yooj करके प्रयोग सिख लेना चाहिए, iska prayog savdhani purvak karna chahie नहीं तो आप लोग हंसी का पात्र बन सकते हैं,

5.) ध्यान से सुनना (listen carefully) - जब भी आप इंटरव्यू में जाते हैं आप लोग स्पैश्ट और स्वर्ण में बोले, तकी सामने वाले को आपकी भाषा और बॉडी लैंग्वेज Like आ जाये, और आप लोगों का सिलेक्शन हो जाए हां सब बात आपके ऊपर निर्भर करता है, आप लोग सामने वाले के ऊपर कैसा व्यवहार करते हैं, और उनका प्रश्न का जवाब कितना देते हैं, 

इन्हें सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आप लोगों को कभी भी चिल्लाकर बात नहीं करनी चाहिए, हाँ आपके गुस्से का पहचान है, इतने सामने, वाले लोग आपसे नफरत भी, हो सकती है, और डर भी सकते हैं, इसलिए आप हमेशा धीरे बोले और मधुर बोले, हाँ आपके व्यक्तित्व की पहचान है,

लोगों ने ये भी पूछा (FAQ)?

निष्कर्ष - कम्युनिकेशन स्किल्स में आप लोगों को बताया गया है, कि इंटरव्यू में क्या करें और क्या नहीं, करना चाहिए, अगर आप लोग इसे फॉलो करते हैं, तो सफल भी हो सकते हैं, Thanks 🙏, Have a nice day 🌞.

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भारत में, आईटीआई का अर्थ औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान है। ये उत्तर - माध्यमिक विद्यालय हैं जो विभिन्न व्यवसायों में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। इन्हें कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) द्वारा प्रशासित किया जाता है। आईटीआई पाठ्यक्रम आम तौर पर 1-2 साल की अवधि के होते हैं और नौकरी बाजार के लिए प्रासंगिक व्यावहारिक कौशल पर केंद्रित होते हैं। जो लोगों के हित में कार्य करते हैं?

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